Atiq-Ashraf’s Shooters माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के आरोपी सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य को जिगाना पिस्टल के साथ 10 लाख रुपये भी मिले थे। इस हत्याकांड को अंजाम देने से पहले उन्होंने पार्टी की थी। इन रकम का एक हिस्सा खर्च किया। ये खुलासा विशेष जांच दल (SIT) ने गुरुवार को कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में किया है। हालांकि ये रुपए सनी सिंह को किससे मिले? इसका जवाब अभी जांच एजेंसी तलाश रही है।
माफिया अतीक अहमद(Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ(Ashraf) की हत्या के मामले की जांच कर रही एसआइटी ने खुलासा करते हुए बताया कि गोगी गैंग के सरगना ने शूटर सनी को पिस्टल के साथ 10 लाख रुपये टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए दिये थे। सनी टिल्लू को मौत की नींद सुलाता इससे पहले ही गोगी की रोहणी कोर्ट में हत्या हो गई थी(Atiq-Ashraf’s Shooters)।
‘सोचा बढ़िया काम है…अब माफिया डॉन ही बनेंगे'(Atiq-Ashraf’s Shooters)
SIT की पूछताछ में सनी सिंह ने बताया कि माफिया अतीक और अशरफ की हत्या करके वह बड़ा नाम कमाना चाहता था। उसे जब जिगाना पिस्टल और 10 लाख रुपए एक साथ मिले तो सोचा यह काम बढ़िया है। इसमें ग्लैमर भी है और पैसा भी। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद हमारा नाम देश में होगा। हमसे लोग डरेंगे और फिर वसूली का नेटवर्क यूपी में खड़ा किया जाएगा। अतीक-अशरफ की हत्या करके रातो-रात बड़े माफिया बन जाएंगे(Atiq-Ashraf’s Shooters)।
सुपारी रकम लेकर शापिंग करने गए थे तीनों हत्यारोपी
SIT द्वारा दाखिल चार्जशीट में लिखा है कि 10 लाख रुपए मिलने के बाद तीनों ने खूब पैसे खर्च किए थे। शॉपिंग की थी। पुलिस ने चार्जशीट में दावा किया कि सन्नी सिंह हत्याकांड का मास्टर माइंड है और उसने ही बाकी दोनों शूटर तैयार किए थे।
तीनों शूटर्स के मददगार का खुलासा नहीं कर सकी SIT
SIT में अपर पुलिस उपायुक्त सतीश चंद्र, सहायक पुलिस आयुक्त सत्येंद्र प्रसाद तिवारी और इंस्पेक्टर ओम प्रकाश सदस्य थे। करीब 90 दिन की जांच, पूछताछ और साक्ष्यों के सामने आने के बाद भी SIT अतीक और अशरफ के मर्डर के पीछे कौन था? उस तक नहीं पहुंच सकी है।
SIT सनी सिंह को ही इस हत्याकांड का मास्टर माइंड बताया है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर सनी सिंह की इस हत्याकांड का मास्टर माइंड है तो तीनों को जिगाना पिस्टल के साथ 10 लाख रुपए किसने और क्यों दिए? फिलहाल यह सवाल अभी भी अनुत्तरित है। SIT ने 2 हजार पन्नों की चार्जशीट तैयार की। 70 CCTV फुटेज और 150 गवाहों के साथ पूछताछ की। तीनों शूटर्स के मददगार का पता लगाने में नाकाम रही है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह जिगाना पिस्टल देने वाले गैंगस्टर जीतेंद्र जोगी की मौत हो जाना बताया जा रहा है। पुलिस उससे पूछताछ नहीं कर सकी। ऐसे में जिगाना और 10 लाख रुपए किसने और क्यों दिए यह राज ही रह गया(Atiq-Ashraf’s Shooters)।