Ram Mandir Tour Plan: बीते दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज यानी मंगलवार से प्रभु श्रीराम का भव्य दरबार आम लोगों के लिए खुल गया है। यदि आप भी रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाना चाहते हैं तो इस तरह आप आसानी से दर्शन कर सकते हैं।
क्या हम अभी अयोध्या जा सकते हैं?(Ram Mandir Tour Plan)
सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के एक दिन बाद मंगलवार को अयोध्या का ऐतिहासिक राम मंदिर आम जनता के लिए खोल दिया गया ।
मैं राम मंदिर कैसे जा सकता हूं?
वेबसाइट के अनुसार, लोगों को आरती पास प्राप्त करने के लिए वैध सरकारी आईडी प्रमाण के साथ आरती शुरू होने से कम से कम 30 मिनट पहले श्री राम जन्मभूमि स्थित कैंप कार्यालय में पहुंचना आवश्यक है। जनता के लिए कोई अनिवार्य ड्रेस कोड नहीं है। बिना किसी प्रतिबंध के सभी को प्रवेश की अनुमति है।
क्या अयोध्या जनता के लिए खुला है?
राम मंदिर में दर्शन का समय सुबह 7 बजे से 11.30 बजे और दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक है। सुबह की आरती सुबह 6.30 बजे और शाम की आरती शाम 7.30 बजे होगी.
वो सबकुछ जो आपके लिए जानना जरूरी
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। यदि आप भी अयोध्या जाने का प्लान कर रहे हैं तो दैनिक भास्कर की इस अयोध्या ई-गाइड में आपको मिलेगी संपूर्ण जानकारी। इसमें वो सभी जानकारियां संकलित की गई हैं, जो अयोध्या पहुंचने से लेकर शहर में घूमने तक में मददगार साबित होंगी।
राम मंदिर कब खुलता है?
सुबह- 6.30 से दोपहर 12.00 बजे तक दोपहर- 2.30 से रात 10.00 बजे तक (समय में परिवर्तन संभव) मंदिर में दर्शन कै से होंगे? राम मंदिर परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार से मंदिर की दरी करी ू ब 200 मीटर है। यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए बुजुर्गों और विकलांगों के लिए व्हीलचेअर की सुविधा भी रहेगी। मंदिर में आपको सिंह द्वार होते हुए 32 सीढ़ी चढ़कर राम मंदिर में प्रवेश मिलेगा। इसके बाद आप पांच मंडप पार करके गर्भ गृह में रामलला के दर्शन 30 फीट दरी से कर प ू ाएं गे।
रामलला की आरती का समय क्या है?
- मंगला आरती- सुबह 4.30 बजे
- शृंगार आरती- सुबह 6.30 से 7.00 बजे
- भोग आरती- 11.30 बजे
- मध्यान्ह आरती- दोपहर 2.30 बजे
- संध्या आरती- शाम 6.30 बजे
- शयन आरती- रात 8.30 से 9.00 बजे
रामलला के वीआईपी दर्शन और मंगला व शृंगार आरती के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर क््थ षेत्र ट्रस्ट ने अभी कोई व्यवस्था घोषित नहीं की
है। शृंगार, भोग और संध्या आरती में भक्त शामिल हो सकें गे। भगवान दिन में ढाई घंटे (दोपहर 12 से ढाई बजे तक) विश्राम करेंगे। इस दौरान गर्भगृह के पट बंद रहेंगे।
आरती में कै से शामिल हो सकते हैं?
पास की ऑफलाइन व्यवस्था आरती में शामिल होने के नियम ट्रस्ट तय कर रहा है। अभी ट्रस्ट द्वारा पास बनाया जाता है। ऑफलाइन पास श्रीराम जन्मभूमि कैं प ऑफिस से बनता है। इसके लिए आईडी प्रूफ देना अनिवार्य होता है।
ऑनलाइन व्यवस्था
online.srjbtkshetra.org पर जाकर ऑनलाइन पास के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है, हालांकि अभी यह व्यवस्था एक्टिव नहीं हुई है। 27 जनवरी से व्यवस्था सामान्य होने की संभावना है। इसके बाद ही आप ऑनलाइन बुकिं ग कर पाएं गे।
वीआईपी(VIP) दर्शन की क्या व्यवस्था है?
मंदिर में वीआईपी दर्शन की कोई आधिकारिक व्यवस्था, टिकट या शुल्क नहीं है। अभी व्यवस्थाएं तय की जा रही हैं।
1 में प्रसाद क्या मिलेगा?
राम मंदिर में भक्तों को ‘इलायची दाने’ का प्रसाद दिया जाएगा। यह चीनी और इलायची को मिलाकर बनाया जाता है। मंदिर परिसर में ही भक्तों को नि:शुल्क प्रसाद की व्यवस्था है।
प्रसाद कहां से मिलेगा?
सभी भक्तों को प्रसाद बांटने के लिए मशीन लगाई गई है। ये मशीनें परिसर में दर्शनार्थियों के वापसी के रास्ते पर स्थापित हैं। अभी शुल्क के साथ प्रसाद की कोई व्यवस्था मंदिर में नहीं है।
चढ़ाने के लिए प्रसाद ले जा सकते हैं?
भक्त भी विशेष अनुमति से शाकाहारी और शुद्ध मिठाई और मेवे आदि का भोग लगवा सकते हैं। सुरक्षा कारणों से रामलला के मंदिर में भगवान को अर्पित करने के लिए नारियल, फू ल माला(Ram Mandir Tour Plan), शृंगार या कोई और चीज भक्त नहीं ले जा सकें गे।
मंदिर में अंदर क्या ले जा सकें गे?
मंदिर दर्शन के वक्त आप अंदर के वल पैसा और चश्मा जैसी जरूरी चीजें ही ले जा सकें गे। अन्य वस्तुओ के लए दर्शन मार्ग पर लाॅकर की सुविधा है।
श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह | 22 जनवरी 2024 | Ayodhya | Jai Shree
कनक भवन- राम मंदिर से दरी 1 ू किमी
महत्व- माता कै के यी ने श्रीराम और देवी सीता को यह भवन उपहार में दिया था। यह उनका व्यक्तिगत महल था। 1885 में ओरछा रियासत की महारानी वृषभानु कंु वरि जूदेवी ने वर्तमान भवन का निर्माण करवाया था। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में श्रीराम और माता सीताजी की प्रतिमा स्थापित है।
खुलने का समय – सुबह 9.00 बजे से दोपहर 11. 30 बजे तक और शाम 4.30 से रात 9.30 तक।
सीता रसोई- राम मंदिर से दरी 1 ू किमी
महत्व – राम जन्म भूमि के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित सीता की रसोई एक प्राचीन रसोई है। इसका उपयोग सीताजी किया करती थीं।
खुलने का समय – सुबह से रात तक।
सरयू तट- राम मंदिर से दरी 2 ू किमी
महत्व – अयोध्या में 14 प्राचीन घाट हैं। हर घाट से जुड़ी कु छ प्राचीन मान्यताएं है। पर्व के समय इन घाटों पर भक्त पवित्र(Ram Mandir Tour Plan) स्नान करने जुटते हैं।
एयरपोर्ट से ऐसे पहुंचे रामलला मंदिर
अयोध्या स्थित महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुँचने के बाद आप अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से लांच ऐप “दिव्य अयोध्या” के माध्यम से राम मंदिर तक के लिए कैब बुक कर सकते हैं या रेंट पर ले सकते हैं। इसके लिए आपको ऐप में ट्रेवल वाले सेक्शन में MyEvPlus Cabs का ऑप्शन सेलेक्ट करना होगा।
“दिव्य अयोध्या” ऐप के माध्यम से इस तरह करें रूम की बुकिंग
ऐप खोलते ही सामने आपको चार सेक्शन दिखेंगे, जिसमें अयोध्या, टूर, ट्रेवल और अदर्स का ऑप्शन(Ram Mandir Tour Plan) हैं। इसमें से आपको टूर वाले सेक्शन में Stay in Ayodhya ऑप्शन पर क्लिक करना है। इसके बाद आपसे बुकिंग डिटेल मांगी जाएगी। डिटेल भरने के बाद सर्च वाले बटन पर क्लिक करना है। इसके बाद आपके सामने होटल और होमस्टे के ऑप्शन दिख जाएंगे। वहां से आप कमरों की बुकिंग कर सकेंगे। इसके अलावा आप अयोध्या में सचालित रामलला मंदिर ट्रस्ट, जानकी महल ट्रस्ट, बिड़ला परिवार और श्री गहोई समाज धर्मशालाएं हैं। यहां भी आप ठहर सकते हैं।