Mukhtar Ansari Death: BJP विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोपी था माफिया मुख्तार अंसारी। गाजीपुर में 29 नवंबर 2005 को मोहम्मदाबाद से तत्कालीन बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय सहित कुल 7 लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया गया था. चुनावी रंजिश के कारण इस हत्या को अंजाम दिया गया था. इस हत्याकांड में मुख्तार अंसारी और अफजाल को आरोपी बनाया गया था. दरअसल अंसरी ब्रदर्स के प्रभाव वाली मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट पर 2002 में अफजाल अंसारी को हराकर कृष्णानंद राय ने जीत हासिल की थी.
2007 में कृष्णानंद राय समेत 7 लोगों की हत्या(Mukhtar Ansari Death)
अभियोजन और मुख्तार की तरफ से गवाही पूरी होने के बाद शनिवार को अफजाल की तरफ से भी बहस पूरी हो गई। मामले में अफजाल जमानत पर हैं। 2005 में मुहम्मदाबाद के बसनिया चट्टी पर कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या कर दी गई थी। 22 नवंबर 2007 को मुख्तार, अफजाल और इनके बहनोई एजाजुल हक पर गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
कृष्णानन्द राय कौन थे(Who was Krishnanand rai)
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— ABP News (@ABPNews) March 28, 2024
कृष्णानन्द राय, भारत के उत्तर प्रदेश की गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद से विधायक(BJP विधायक कृष्णानंद राय) रहे। 2002 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के 378 – मोहम्दाबाद विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की ओर से चुनाव में भाग लिया और 5 बार के विधायक अफजाल अंसारी को शिकस्त दिया। विकिपीडिया
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15 अप्रैल को आएगा फैसला
2012 में एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। सहायक शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि अंतिम बहस के बाद अदालत 15 अप्रैल को फैसला सुना सकती है। सुनवाई के दौरान मुख्तार के मामले में दस और अफजाल के मामले में सात लोगों की गवाही हुई थी।
Krishnanand Rai Murder
भाजपा के टिकट पर 2002 के विधानसभा चुनाव में मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी के प्रभाव वाली मोहम्दाबाद सीट पर अफजाल को मात देने वाले कृष्णानंद राय कद्दावर नेता थे। पूर्वी उत्तर प्रदेश में उन्होंने पहली बार अंसारी बंधुओं को सियासी अखाड़े में ऐसी चुनौती दी थी जिससे उन्हें अपना राजनीतिक वजूद खतरे में पड़ता नज़र आया था। लेकिन किसे मालूम था कि यह चुनावी रंजिश कृष्णानंद राय की निर्मम हत्या की वजह बन जाएगी। मुख्तार अंसारी गैंग ने 29 नवम्बर 2005 को करीब 500 राउंड गोलियां बरसाकर भाजपा विधायक कृष्णांनद राय समेत 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस सनसनीखेज हत्याकांड से पूरा पूर्वांचल थर्रा गया था। हत्याकांड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह (वर्तमान रक्षा मंत्री) वाराणसी में धरने पर बैठ गए थे।
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