Petrol-Diesel Price: देश की राजनीति में चुनावी रंग साफ दिखने लगा है। भाजपा ने हाल ही में संपन्न चार बड़े राज्यों में से तीन राज्यों में विजय हासिल कर ली है। इसके बावजूद विपक्ष की तरफ से महंगाई को मुद्दा बनाने की कोशिश जारी है। ऐसे में पेट्रोलियम सेक्टर में तस्वीर बन रही है कि देश में पेट्रोल व डीजल की कीमतों में कमी की जा सकती है।
पेट्रोल के दाम कौन तय करता है? भारत में पेट्रोल की कीमत कौन सेट करता है?
तेल विपणन कंपनियां अंतरराष्ट्रीय उत्पाद की कीमतों, कराधान, परिवहन और अन्य लागत जैसे विभिन्न कारकों के आधार पर हर दिन सुबह 6 बजे कीमतों में संशोधन करती हैं। कर्नाटक में पेट्रोल की कीमत Dynamic Fuel System के आधार पर तय की जाती है.
डीजल का रेट क्यों बढ़ता है?(Petrol-Diesel Price)
क्रूड में 1 डॉलर का इजाफा ऐसे डालता है असर एक्सपर्ट्स(Petrol-Diesel Price) के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अगर कच्चे तेल की कीमतों में एक डॉलर का इजाफा होता है, तो देश में पेट्रोल-डीजल का दाम 50 से 60 पैसे तक बढ़ जाता है. वहीं अगर क्रूड का भाव 1 डॉलर कम होता है, तो इतनी ही गिरावट भी देखने को मिलती है.
कौन से देश में पेट्रोल सस्ता मिलता है?
इस देश का नाम है वेनेजुएला. जहां सबसे सस्ता पेट्रोल बिकता है. सबसे सस्ता पेट्रोल मिलने वाले देशों में केवल वेनेजुएला ही शामिल नहीं है. ईरान भी इसी में शामिल है.
पेट्रोल कहां फ्री है?
वेनेजुएला , जबकि कुल मिलाकर एक गरीब राष्ट्र है, तेल भंडार और जीवाश्म ईंधन में समृद्ध है, और उस विशेष धन का उपयोग अपने लोगों को लगभग मुफ्त गैसोलीन प्रदान करने के लिए करता है। हाँ, यह सोचना अजीब है, है ना? लेकिन यह सच है।
विश्व में सबसे महंगा पेट्रोल कहाँ है?
किस देश में है सबसे महंगा पेट्रोल World of Statistics के मुताबिक दुनिया में सबसे महंगा पेट्रोल लेबनॉन(Petrol-Diesel Price) में है। वहां पेट्रोल की कीमत 6.11 डॉलर प्रति लीटर है। भारतीय रुपये में यह कीमत 503.59 रुपये प्रति लीटर बैठती है। इसके बाद हॉन्ग कॉन्ग का नंबर है।
हर शहर में अलग-अलग Rate क्यों?
हर शहर में पेट्रोल का रेट अलग-अलग होने की वजह Tax(Petrol-Diesel Price) है. वहीं, अलग-अलग राज्यों में राज्य सरकारें अलग-अलग रेट से टैक्स वसूलती हैं. वहीं, हर शहर के हिसाब से नगर निगम, नगर पालिकाओं के भी टैक्स होते हैं. शहर के हिसाब से अलग अलग होते हैं, जिन्हें लोकल बॉडी टैक्स भी कहा जाता है. बता दें कि हर नगर निगम के आधार पर अलग-अलग टैक्स भी लगाए जाते हैं.