Makar Sankranti 2024: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति को विशेष महत्व दिया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, जब भगवान सूर्य बारह राशियों के भ्रमण के दौरान मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो उस समय मकर संक्रांति (Makar Sankranti Kab Hai) का त्योहार मनाया जाता है।
Makar Sankranti 2024: इस बार भी मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी, जो सोमवार को पड़ेगी। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करते ही मकर संक्रांति पर्व मनाया जाता है, जिससे सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं। ज्योतिषाचार्य ने बताया है कि वर्ष 2022 और 2023 में भी 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व मनाया गया था। इस बार, व्यतिपात योग शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि में शतभिषा नक्षत्र में होगा, और सूमवार को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। मिथिला पंचांग के अनुसार, सुबह 8:30 बजे होगा, और काशी पंचांग के अनुसार, प्रातः काल 8:42 मिनट पर सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेगा।
Makar Sankranti 2024 शुभ मुहूर्त-
- मकर संक्रांति का पुण्य काल – सुबह 07:15 बजे से शाम 05:46 बजे तक
- कुल अवधि – 10 घंटे 31 मिनट
- मकर संक्रांति का महा पुण्य काल – सुबह 07:15 बजे से 09:00 बजे तक
- कुल अवधि – 01 घंटा 45 मिनट
- मकर संक्रांति का क्षण – रात 02:54 बजे
मकर संक्रांति 2024 पूजा विधि-
मकर संक्रांति के दिन, भगवान सूर्य उत्तरायण में होते हैं, जिसके साथ ही देवताओं के आरंभ होने से मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। सूर्य देव को मकर संक्रांति के दिन अर्घ्य के दौरान जल, लाल पुष्प, फूल, वस्त्र, गेंहू, अक्षत, सुपारी, आदि से अर्पित किया जाता है। पूजा के बाद, लोग गरीबों या जरुरतमंद को दान देते हैं। मकर संक्रांति के दिन, खिचड़ी को विशेष महत्व होती है।
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मकर संक्रांति के पश्चात, शुभ कार्यों का आरंभ होगा
खरमास के कारण Makar Sankranti के बाद के दिनों में शुभ कार्यों और विवाहिक समारोहों की शुरुआत होगी। 16 दिसंबर से एक महीने तक कोई शादी-विवाह और गृहप्रवेश का कार्य नहीं होगा। मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य ने बताया है कि शास्त्रों के अनुसार जब भी धनु और मीन की संक्रांति में सूर्य आते हैं, तो इस समयावधि में विवाहिक मुहूर्त, गृहप्रवेश, गृह निर्माण भूमि पूजन आदि शुभ कार्य करना प्रतिबंधित हो जाता है। लेकिन विवाह संबंधी अन्य कार्य जैसे सगाई, वैवाहिक तैयारी, रिश्ता तर करना, घर के खरीदने के लिए धरोहर राशि देना आदि के लिए मुहूर्त होते हैं।
लेकिन विवाह, नए घर में गृहप्रवेश, नींव रखने अथवा भूमि पूजन के कार्यों में एक महीना प्रतिबंध रहता है। खरमास 16 दिसंबर को शाम 4:00 बजे से आरंभ होगा और 15 जनवरी 2024 की रात्रि 2:44 बजे समाप्त होगा। उसके बाद मकर की संक्रांति में पुनः शुभ कार्य आरंभ होंगे। मकर संक्रांति भी 14 जनवरी के स्थान पर 15 जनवरी को ही मनाई जाएगी। Makar Sankranti 14 जनवरी को मध्य रात्रि 12:00 बजे के बाद 2:44 पर आएगी। रात्रि 12:00 बजे के बाद दिनांक बदल जाता है, इसलिए मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त 15 जनवरी (Makar Sankranti 2024 Shubh Muhurat) को ही होगा तथा Sankranti का पर्व 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा।
मकर संक्रांति कौन कौन राशि पर शुभ है?
मकर संक्रांति के दिन बनने वाली ग्रह गोचर की स्थिति बताती है कि इस अबकी बार मकर संक्रांति(Makar Sankranti 2024) वृश्चिक, कन्या, वृषभ और मीन के लिए शुभ फलदायी रहेगी जबकि मकर, मिथुन, सिंह के लिए मकर संक्रांति प्रतिकूल फलदायी रहेगी। मेष, कर्क, तुला, धनु, कुंभ के लिए मकर संक्रांति मध्यम फलदायी रहेगी।
मकर संक्रांति 14 तारीख को है या 15 तारीख को?
मकर संक्रांति आमतौर पर प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी को पड़ती है। हालाँकि, लीप वर्ष में मकर संक्रांति 15 जनवरी को पड़ती है । चूंकि 2024 एक लीप वर्ष है, इसलिए यह उत्सव इस वर्ष 15 जनवरी को निर्धारित है।
मकर संक्रांति के दिन कौन सा कलर पहनना चाहिए?
मकर संक्रांति के दिन गुलाबी रंग पहनने से भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी भी प्रसन्न होती है, क्योंकि प्रेम का सूचक माना जाता है. इसीलिए इस रंग को पहनने से जीवन में शांति और समृद्धि आती है. शुभता का प्रतीक कहे जाने वाले लाल रंग को पहनने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
मकर संक्रांति 15 जनवरी को कितने बजे तक है?
इसलिए इस पर्व को मनाने का शुभ मुहूर्त 15 जनवरी को होगा। Makar Sankranti 2024 : ज्योतिष विद्वानों और पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर संक्रांति 14 जनवरी की मध्य रात्रि 12 बजे के बाद 2:44 बजे पड़ेगा।