Sushant Singh Rajput का पोस्टमॉर्टम करने वाले रूपकुमार शाह ने भी यही दावा किया था और कहा था कि अभिनेता के शरीर और गर्दन पर कई निशान थे। बल्कि मर्डर है। हालांकि, मेरे सीनियर्स ने तुरंत फोटो लेने और शव देने को कहा। यही वजह है कि रात में ही पोस्टमार्टम किया गया। सुशांत सिंह राजपूत मामले में सोमवार को नाटकीय मोड़ आ गया।
सुशांत सिंह की बॉडी का पोस्टमार्टम करने वाले शख्स ने दावा किया है कि उन्होंने आत्महत्या नहीं की थी। शाह ने दावा किया कि जब मैंने सुशांत का शव देखा, तो मैंने तुरंत अपने सीनियर्स से कहा कि यह सुसाइड नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में शाह ने बताया ‘जब सुशांत सिंह राजपूत का निधन हुआ, तो उस दौरान हमें पोस्टमॉर्टम के लिए कूपर अस्पताल में पांच शव मिले थे। उन पांच शवों में से एक वीआईपी शव था। जब हम पोस्टमॉर्टम करने गए तो पता चला कि वह वीआईपी शव सुशांत का था और उनके शरीर पर कई निशान थे। उनकी गर्दन पर भी दो से तीन निशान थे। पोस्टमॉर्टम को रिकॉर्ड करने की जरूरत थी, लेकिन उच्च अधिकारियों को केवल शरीर की तस्वीरें लेने के लिए कहा गया था। इसलिए, हमने सिर्फ उन्हीं आदेशों का पालन किया।
#WATCH | “When I saw Sushant Singh Rajput’s body it didn’t appear to be a case of suicide. Injuries marks were there on his body. I went to my senior but he said we will discuss it later,” says Roopkumar Shah, Mortuary Servant, Cooper Hospital, Mumbai pic.twitter.com/NOXAsaI8uH
— ANI (@ANI) December 26, 2022
बताते चलें कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को उपनगरीय बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। रिया चक्रवर्ती पर सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने और उनकी संपत्ति का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया था। ‘मेरे डैड की मारुति’ और ‘जलेबी’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं रिया (29) को सुशांत की मृत्यु से जुड़े मादक पदार्थ तस्करी मामले में 28 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था।
इतना ही नहीं, पोस्टमॉर्टम करने वाले शख्स ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों को यह सूचित करने के बावजूद कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई थी, उसे ‘नियमों के अनुसार’ काम करने के लिए कहा गया। शाह ने कहा, ‘जब मैंने पहली बार सुशांत के शरीर को देखा, तो मैंने तुरंत अपने वरिष्ठों को सूचित किया कि मुझे लगता है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि एक हत्या है। मैंने उनसे यहां तक कह दिया कि हमें नियम के मुताबिक काम करना चाहिए। हालांकि, मेरे वरिष्ठों ने मुझसे कहा कि जितनी जल्दी हो सके तस्वीरें खींचो और शव पुलिस को दे दो। इसलिए हमने पोस्टमॉर्टम रात में ही किया।