Asian Games 2023: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियन में इतिहास रच दिया है। फाइनल में जापान को हराकर गोल्ड पर कब्जा कर लिया है।
Asian Games 2023: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियन में इतिहास रच दिया है। फाइनल में जापान को हराकर गोल्ड पर कब्जा कर लिया है। इस जीत के साथ ही एशियन गेम के इतिहास ने भारत ने चौथा गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पहली बार 1958 में एशियाई खेलों में भाग लिया था।
Asian Games 2023 Win Gold Men’s Hocky
भारत ने जापान को फाइनल मुकाबले में 5-1 से हराकर गोल्ड मेडल जीता है। इस जीत के साथ ही भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 का कोटा भी कंफर्म कर लिया। भारतीय टीम शुरुआत से ही बेहतर प्रदर्शन करते हुए जापानी टीम पर अपना दबदबा बनाए रखा और अंत में जीत हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ही एशियन गेम 2023 के 13वें दिन तक भारत ने कुल 95 मेडल अपने नाम कर लिया।
1958 से 2023 तक एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम का प्रदर्शन
1958 – रजत पदक
1962 – रजत पदक
1966 – स्वर्ण पदक
1970 – रजत पदक
1974 – रजत पदक
1978 – रजत पदक
1982 – रजत पदक
1986 – कांस्य पदक
1990- रजत पदक
1994 – रजत पदक
1998 – स्वर्ण पदक
2002 – रजत पदक
2006 – भारत पांचवें स्थान पर रहा
2010 – कांस्य पदक
2014 – स्वर्ण पदक
2018 – कांस्य पदक
2023- गोल्ड
बधाइयों का लगा तांता
चक दे इंडिया 🇮🇳#AsianGames23 में शानदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीतने पर #IndianHockey की पूरी टीम को हार्दिक बधाई।
हॉकी में यह जबरदस्त जीत हर भारतीय के लिए बेहद ही ख़ुशी का पल है। सभी खिलाड़ियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं। pic.twitter.com/NWohIOK2PN
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) October 6, 2023
जापान के खिलाफ भारत की शानदार जीत ने भारतीय लोगों में जोश भर दिया है। इस जीत के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय हॉकी टीम को हर तरफ से बधाइयां मिल रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने हॉकी टीम को दी बधाई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भारतीय हॉकी टीम को फाइनल में जीत के लिए बधाई दिया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ”चक दे इंडिया #AsianGames23 में शानदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीतने पर #IndianHockey की पूरी टीम को हार्दिक बधाई। हॉकी में यह जबरदस्त जीत हर भारतीय के लिए बेहद ही ख़ुशी का पल है। सभी खिलाड़ियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं।”
भारतीय आक्रमण के आगे जापान पस्त
हाफ टाइम के बाद भी भारत ने आक्रमण करना जारी रखा। जापानी खिलाड़ियों की गलती की वजह से भारत को 4 बार पेनल्टी कॉर्नर मिले। हालांकि, भारतीय टीम इसे भुनाने में सफल नहीं हुई। जब दूसरे क्वार्टर में भारत को पांचवीं बार पेनल्टी कॉर्नर मिला, तब कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बेहतरीन ड्रैग-फ्लिकर की मदद गोल दागा। इस गोल से भारतीय टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली।