कुनो नेशनल पार्क: दक्षिण अफ्रीका से भारतीय वायु सेना के C-17 ग्लोबमास्टर विमान से मध्य प्रदेश के ग्वालियर पहुंचने के बाद 12 चीते अब कूनो नेशनल पार्क लिए रवाना हो गए हैं। इनमें 7 नर चीते और 5 मादा चीते हैं। अब कूनो में 20 चीतों का रहवास हो जाएगा।
कुनो नेशनल पार्क, बाड़ों में रहेंगे एक महीने तक क्वारंटीन
#WATCH मध्य प्रदेश: भारतीय वायु सेना के विमान में दक्षिण अफ्रीका से भारत लाए गए 12 चीतों को 3 हेलीकॉप्टरों से कूनो नेशनल पार्क ले जा रहे हैं। pic.twitter.com/aUuucU9JVn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 18, 2023
भारत में पिछले सात दशक से विलुप्त चीतों को पुन: बसाने की योजना ‘‘चीता प्रोजेक्ट” के तहत भारतीय वायुसेना के विमान से दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को शनिवार को कुनो नेशनल पार्क (केएनपी) लाया गया। वायुसेना का विमान चीतों को लेकर सुबह करीब दस बजे ग्वालियर हवाई अड्डे पर उतरा, जहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से कूनो लाया गया। चीतों को लेकर हेलिकॉप्टर दोपहर के करीब कूनो पहुंचा।
#WATCH | Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan releases the second batch of 12 Cheetah brought from South Africa, to their new home Kuno National Park in Madhya Pradesh. pic.twitter.com/uQuWQRcqdh
— ANI (@ANI) February 18, 2023
इससे पहले पिछले साल सितंबर महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केएनपी में एक समारोह में नामीबिया से लाए गए आठ चीतों के पहले जत्थे को बाड़ों में छोड़ा था। शनिवार को लाए गए 12 चीतों जिनमें आठ नर और पांच मादा चीते शामिल हैं, इनको मिलाकर केएनपी में अब कुल 20 चीते हो गए हैं(कूनो नेशनल पार्क)।
कूनो नेशनल पार्क
परियोजना से जुड़े एक विशेषज्ञ ने पीटीआई-भाषा को बताया कि दक्षिण अफ्रीका के गौतेंग स्थित ओआर टांबो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से ये चीते शुक्रवार शाम को भारतीय वायुसेना के परिवहन विमान से रवाना होकर शनिवार सुबह को ग्वालियर हवाई पट्टी पर उतरे। उसके बाद उन्हें लकड़ी के बक्सों में हेलीकॉप्टरों के जरिए 165 किलोमीटर दूर केएनपी लाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव उन्हें केएनपी में अलग-अलग बाड़ों में छोड़ेंगे(कूनो नेशनल पार्क)।