Site icon The Best Asian News Websites, Trending, Latest, Viral

Surya Grahan 2024: साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए डेट-टाइम और सूतक काल के बारें में, राशियों पर कैसा रहेगा असर?

Surya Grahan 2024

Surya Grahan 2024: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की तरह ग्रहण का बड़ा महत्व माना जाता है । जब भी कोई ग्रहण लगता है तो उस घटना को खगोलीय घटनाओं में एक माना जाता है। 2023 की तरह 2024 में भी 4 ग्रहण लगने वाले है। इसमें 25 मार्च को साल का पहला चन्द्र ग्रहण और 8 अप्रैल में साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा। हालांकि साल में लगने वाले चारों ग्रहण भारत में नही दिखाई देंगे, ऐसे में सूतककाल भी मान्य नहीं होगा।

ग्रहण में किन बातों का रखना चाहिए विशेष ध्यान

साल 2024 में सूर्य ग्रहण/चंद्र ग्रहण कब-कब लगेंगे?

पहला चंद्र ग्रहण – 25 मार्च 2024
दूसरा चंद्र ग्रहण- 18 सितंबर 2024
पहला सूर्य ग्रहण- 8 अप्रैल 2024
दूसरा सूर्य ग्रहण- 2 अक्टूबर 2024

कब लगता है सूर्य ग्रहण(Surya Grahan 2024)?

हिंदू धर्म में ग्रहण का बड़ा महत्व है। खगोलीय और धार्मिक दोनों दृष्टियों से सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो सूरज की रोशनी धरती तक पहुंच नहीं पाती है। इसे ही सूर्य ग्रहण का नाम दिया गया है।

Also Read: समान-लिंग विवाह SC सुनवाई दिन 2 ‘इस मामले का दिल चुनने का अधिकार है

ग्रहण राशियों को कैसे प्रभावित करता है?

ग्रहण का सभी पर किसी न किसी तरह से प्रभाव पड़ने की संभावना है, चाहे उनकी राशि(Surya Grahan 2024) कुछ भी हो । हालाँकि, कार्डिनल सन साइन्स (मेष, कर्क, तुला, या मकर) वाले लोग सूर्य ग्रहण से सबसे तीव्र भावनात्मक प्रभाव का अनुभव कर सकते हैं, जिससे वे प्रतिबिंबित होंगे और अपने जीवन को ऊपर उठाने के लिए कार्य करेंगे।

क्या ग्रहण गर्भवती महिला को प्रभावित कर सकता है?

चंद्र ग्रहण की अवधि के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर के अंदर रहने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसकी नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बच्चे पर पड़ता है। ग्रहण के दौरान किसी भी नुकीली वस्तु जैसे – कैंची, चाकू आदि के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इस समय कुछ भी खाने से बचना चाहिए।

2024 भारत में कितने ग्रहण हैं?

पंचांग के अनुसार साल 2024 में 25 मार्च सोमवार को लगने वाला ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा और होली के दिन भी ग्रहण रहेगा. साल का दूसरा चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और 18 सितंबर, बुधवार को पड़ेगा ।

सूर्य ग्रहण के दौरान पैदा होने का क्या मतलब है?

ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण को अपशकुन माना जाता है। कुछ लोग कहते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान जन्म लेने वालों को अपने जीवन में उथल-पुथल भरी घटनाओं का अनुभव हो सकता है । दूसरों का कहना है कि बच्चा अनियंत्रित और अनुशासनहीन हो सकता है, और अपनी ऊर्जा का उपयोग विनाशकारी उद्देश्यों के लिए कर सकता है।

सूर्य ग्रहण का गर्भवती महिला पर क्या असर पड़ता है?

सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य की किरणें काफी ज्यादा हानिकारक हो जाती हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को इस दौरान कहीं भी बाहर नहीं निकलना चाहिए। सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं किसी भी नुकीली चीज का इस्तेमाल न करें। जैसे ब्लेड, कैंची, सुई आदि का उपयोग न करें।

Also Read: इस साल के पहले सूर्य ग्रहण से क्या उम्मीद करें, जानिए देश दुनिया पर इसका प्रभाव

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, Asians News किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें

Exit mobile version