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Pawan Singh क्यों चुनाव लड़ने से किया इंकार, जानिए क्यों टिकट मिलने के बाद वापस लिया नाम

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Pawan Singh Lok Sabha election: भोजपुरी अभिनेता-गायक पवन सिंह के पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने पर तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रतिक्रिया दी है। शनिवार को बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने 195 उम्मीदवारों की सूची में सिंह का नाम शामिल किया था. हालांकि, सिंह ने कहा है कि वह आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.

Pawan Singh ने अपना नाम वापस लिया, किया ऐसा ट्वीट

भोजपुरी गायक एवं अभिनेता पवन सिंह ने पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने से रविवार को मना कर दिया. बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची में पवन सिंह का भी नाम शामिल किया था. पवन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का दिल से आभार प्रकट करता हूं. पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके मुझे आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन किसी कारणवश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा. सिंह ने अपने इस फैसले का कारण नहीं बताया.

Pawan Singh को उम्मीदवार घोषित किए जाने की तृणमूल कांग्रेस ने आलोचना की थी

पवन सिंह को उम्मीदवार घोषित किए जाने की तृणमूल कांग्रेस ने आलोचना की थी. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सिंह के कई गाने असभ्य हैं और उनमें राज्य की महिलाओं सहित सभी महिलाओं को अश्लील तरीके से चित्रित किया गया है. टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ‘एक्स’ पर सिंह की पोस्ट साझा की और कहा, पश्चिम बंगाल के लोगों का अदम्य जोश और शक्ति.

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टीएमसी नेता शांतनु सेन ने आरोप लगाया कि भाजपा महिला सशक्तीकरण की केवल बात करती है, लेकिन असल में वह महिला विरोधी है. उन्होंने कहा, वे महिला विरोधी एवं बंगाली विरोधी हैं और इसीलिए उन्होंने उन्हें (पवन सिंह को) उम्मीदवार बनाया था, लेकिन लोगों के गुस्से का एहसास होने पर उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा.

आसनसोल में बड़ी संख्या में अन्य राज्यों से आए लोग रहते हैं और भाजपा को उम्मीद थी कि सिंह, सिन्हा के खिलाफ प्रभावी उम्मीदवार साबित होंगे। सिन्हा ने 2019 में भाजपा छोड़ दी थी।

स्पष्ट रूप से, भाजपा ने सिंह की उम्मीदवारी को लेकर ऐसे समय में विवाद खड़ा होने के मद्देनजर उन्हें उम्मीदवारी छोड़ने के लिए राजी किया जब पार्टी संदेशखालि विवाद को लेकर तृणमूल पर निशाना साध रही है।

संदेशखालि में कई महिलाओं ने निलंबित तृणमूल नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न एवं जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। शेख और उसके कई साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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